स्कूल बस का रंग पीला क्यों होता है। :- आइए जानते हैं आखिर स्कूल बस का रंग पीला क्यों होता है। और स्कूल बस का रंग पीला होने का कारण क्याा है
स्कूल बस का रंग पीला क्यों होता है।
- दोस्तों आपने स्कूल की बसें तो देखी हो ही होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि यह स्कूल के बसों का रंग पीला क्यों होता है इसके अलावा नीला और सफेद क्यों नहीं? यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश पारित कर दिया था कि स्कूल की बसों का रंग पीला होना चाहिए आखिर ऐसी क्या वजह है कि इन स्कूलों की बसों का रंग पीला रखा जाता है।
- आपको जानकारी है आंसर भी होगा कि भारत ही नहीं बल्कि पूरे वर्ल्ड में प्रत्येक स्कूल की बसों का रंग पीला होता है। यहां तक कि अमेरिका के कानून में यह लिखा है कि सेफ्टी डिवाइस और फ्लशिंग के साथ स्कूल की बस का कलर भी पीले रंग का होना चाहिए। अमेरिका में इसे नेशनल बस ऑफ क्रोम के नाम से जाना जाता है।
- कुछ लोगों का यह भी मानना है कि स्टॉप लाइट में लाल रंग का प्रयोग किया जाता है क्योंकि यह रंग सबसे अधिक आकर्षित करता है लेकिन यह सच्चाई नहीं है। सबसे अधिक आकर्षित पीला रंग करता है। उदाहरण के लिए जैसे आप एक कमरे में कुछ अलग कलर कि कुछ चीजे रखें उनमें से आप का ध्यान सबसे पहले पीले रंग की ओर पड़ेगा। अगर विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो वैज्ञानिकों ने भी यह प्रमाणित किया है कि लाल कलर की तुलना में पीले कलर का 1.24 गुना ज्यादा बेहतर देख सकते है।
- आपने स्कूल बसों को तो देखा ही होगा। बस का पीला रंग होने की एक वजह यह भी है कि जब सूर्य की रोशनी इस पर पड़ती है तो हमें इसमें चमकता हुआ पीला रंग दिखाई पड़ता है। ऐसा होने से कोई भी भारी वाहन अपनी स्पीड को कम कर लेता है। जिससे स्कूल बस में कोई दुर्घटना ना हो जाए।
- हालांकि कुछ समय पहले भारत में स्कूलों की बसों का रंग पीला नहीं होता था लेकिन 2012 में उच्च न्यायालय ने स्कूलों की बसों को लेकर एक गाइडलाइन जारी किया था जिसमें उसने बताया था कि स्कूलों की बस का रंग पीला होना चाहिए साथ में बस के अंदर एक प्राथमिक उपचार का बॉक्स होना चाहिए इसके अलावा बस में प्रधानाचार्य का मोबाइल नंबर और ड्राइवर का नाम स्पष्ट अक्षरों में लिखा होना चाहिए। साथ ही में बस के चालक का वेरिफिकेशन होना अनिवार्य बस की स्पीड भी मानकों के अनुरूप होनी चाहिए।
- स्कूल बस में अधिक संख्या में स्टूडेंट्स को नही बैठा सकते। लेकिन बहुत से अभिवावक इस बात पर ध्यान नही देते है। इसके लिए सरकार समय- समय पर इन मानकों की जांच भी करवाती है। यदि कुछ दिक्कत हुई तो उस बस का लाइसेंस भी निरस्त हो सकता है। भारत मे ऐसे बहुत से स्कूल है, जो स्टूडेंट्स की परवाह किये बगैर अधिक संख्या में एक ही बस में छात्रों को बिठाते है।
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यदि कोई भी स्कूल की बस इन नियमों का पालन नहीं करती है तो आप उसके खिलाफ शिकायत भी कर सकते हैं। स्कूल बस का पीला रंग होने से दुर्घटनाओ में भी काफी कमी आई है। अब तो आपको पता ही चल गया होगा की बसों का रंग पीला क्यों होता है।
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