सर्वाइकल कैंसर : दोस्तों आज हम आपको सर्वाइकल कैंसर के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे इसलिए इस आर्टिकल तक जरूर पढ़ें। sarwaikal kya haiशुगर में क्या खाना चाहिए सर्वाइकल क्या होता है sugar mein kya khana chahie sarwaikal ka ilaj
आजकल कैंसर के रोगी की संख्या बढ़ती जा रही है ।यदि हम वर्तमान आंकड़ों पर नजर डालें 22.5 लाख व्यक्ति कैंसर बीमारी की चपेट में आ चुके हैं ।प्रत्येक वर्ष के आंकड़ों का आकलन करने से पता चला कि लगभग 11.5 लाख लोग कैंसर के शिकंजे में आते हैं ,इसकी जानकारी उन्हें परीक्षण के दौरान होती है ।कैंसर की चपेट में आकर प्रतिवर्ष 7.5 लाख लोग मौत की नींद सो जाते हैं।
कैंसर के होने का मूल कारण के पीछे के बारे में तरह-तरह का शोध किए जा रहे हैं ।काफी हद तक इसमें कामयाबी भी हासिल हुई है ।ऐसे में ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है, कि कैंसर रोग कि पुष्टि होने के दौरान रोगी को इलाज की प्रक्रिया से तो गुजरना ही पड़ेगा, लेकिन ऐसे में यदि व्यक्ति सकारात्मक होकर अपने खान-पान की आदतों में सुधार लाएं, इससे भी कैंसर को नियंत्रित किया जा सकता है।
सर्वाइकल कैंसर से पीड़ित रोगी को क्या खाना चाहिए
1. कैंसर के रोगी को सब्जियों में ब्रोकली का सेवन अवश्य रूप से करें ।क्योंकि इसमें कैंसर रोधी तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं ।इसमें सल्फर कंपाउंड भरपूर मात्रा में होता है ।जब व्यक्ति इसका सेवन चबाकर काटकर या भोजन के रूप में पकाकर खाता है ,तो उस समय ग्लूकोसिनोलेट्स का रिसाव होता है।
2. कैंसर से पीड़ित से रोगी को सेब और अंगूर फलों का सेवन करना चाहिए ।इसके सेवन करने के पीछे कारण जानकर आपको हैरानी होगी, कि सेब एवं अंगूर का रंग लाल होने के पीछे एंथोसाइनिन के कारण होता है। वहीं दूसरी और कद्दू या पपीते का रंग में नारंगी रंग क्रैरिटोनॉएड से प्राप्त होता है। इसकी भूमिका सिर्फ रंग लाने की नहीं ,बल्कि यह कैंसर से बचने में भी सहायक है।
3. कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को वैसे तो हिदायत दी जाती है, कि वह मांस का सेवन कम से कम करें ।इससे भी बेहतर विकल्प होगा कि वह मांस का सेवन ही ना करें ।यदि करें भी तो करीब चार सौ ग्राम आसपास ही करें। इसके साथ ही हफ्ते में एक बार ही इसका सेवन करें। रेड मीट कैंसर के रोगियों के लिए जोखिम बढ़ाने का कार्य करता है ।एक तरफ इसका सेवन हानिकारक माना जाता है ,क्योंकि इससे पॉलिएरोमैटिक हाइड्रोकार्बन प्राप्त होता है ।जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, वहीं दूसरी ओर यदि रोगी सीमित मात्रा में सेवन करें ,तो मीट में हाइड्रोसाइक्लो एमीन्स तत्व पाया जाता है ।जो कि कैंसर के खतरे को कम करने में सहायक है।
4. कैंसर के रोगी को अधिक से अधिक हरी सब्जियों एवं फाइबर युक्त सब्जियों को आहार में लाना चाहिए। इसके सेवन से न केवल स्वास्थ्य लाभ होगा, बल्कि यह कैंसर को नियंत्रित करने में भी सहायक है।
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सर्वाइकल कैंसर के रोगी को किन खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए ?
1. कैंसर के रोगी के लिए अत्यधिक चीनी का सेवन करना शरीर को बीमारी का घर बनाने के समान है ।इससे डायबिटीज की समस्या में भी बढ़ोतरी होती है। बहुत ही कम लोगों को यह जानकारी होगी, कि चीनी के स्थान पर बहुत से आर्टिफिशियल स्वीटनर बाजार में उपलब्ध हो गए हैं। जिनमें चीनी की भांति मिठास होती है ,परंतु वास्तविकता यह है ,कि यह एक प्रकार का केमिकल है इसका सेवन करते ही व्यक्ति के शरीर में धीमी गति से यह जहर बनने लगता है। इसके साथ ही विभिन्न तरह की बीमारियों को बढ़ाने में भी सहायक है ।
2. जैसा कि सभी जानते हैं ,कि आलू का सेवन हम अधिक से अधिक करते हैं। यहां तक कि अपने भोजन के साथ ही इस स्नैक में भी आलू के चिप्स या फ्रेंच फ्राई खाद्य पदार्थों को खाना पसंद करते हैं । शायद आपको यह ज्ञात नहीं होगा, कि आलू के सेवन से व्यक्ति को मोटापे के अलावा दिल से संबंधित बीमारियां व्यक्ति को घेर लेती है।
3. कैंसर के रोगी को अल्कोहल से दूरी बना लेनी चाहिए ,क्योंकि इससे ना केवल कैंसर जोखिम बढ़ता है। इसके साथ ही व्यक्ति विभिन्न तरह की बीमारियों के संपर्क में आ जाता है। जैसे कि डायबिटीज ,मोटापा
4. कैंसर को बढ़ाने में रिफाइंड शुगर मूल रूप से जिम्मेदार है ।कैंसर से प्रभावी कोशिकाएं को रिफाइंड शुगर शरीर में पहुंचते ही यह इंसुलिन कोशिकाओं की वृद्धि करता है। इसमें हाई फ्रूक्टोज कॉर्न सिरप काफी कारगर है ।विभिन्न तरह की मिठाइयों में रिफाइंड शुगर की मिलावट होना सामान्य सी बात है, ऐसे में आपको सतर्क रहना चाहिए कि रिफाइंड शुगर से निर्मित मिठाईयों का सेवन करें।