ज्वार की खेती कर किसान कर सकते है अधिक पैदावार जाने कैसे । Jowar Farming in Hindi: हमारे देश में ज्वार की खेती प्राचीन काल से चलती आई है और कई किसान ज्वार की खेती करते हैं आपको बता दें हमारे देश ज्यादातर किसान ज्वार की खेती करते हैं पशुओं के चारे के रूप में भी स्वर्ग का इस्तेमाल किया जाता है यह एक प्रकार की जंगली खास है जिसकी बालों के दाने मोटे अनाज में गिने जाते हैं जुगाड़ जानवरों का एक महत्वपूर्ण पोस्टिक आहार माना जाता है लेकिन कई किसानों को यह संदेह होता है कि क्या हुआ ज्वार की खेती करके अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं आपको बता दें भारत में ज्वार की खेती खरीफ की फसलों के साथ की जाती है और इसके पौधे लगभग 12 फीट की लंबाई के होते हैं हालांकि आप ज्वार की खेती कर अधिक पैदावार प्राप्त कर सकते हैं आज के इस लेख में हम आपको ज्वार की खेती के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी बताएंगे
ज्वार की बुवाई का उचित समय क्या है? जाने
- जैसा कि हमने बताया हमारे देश में ज्वार की खेती खरीफ की फसलों के साथ की जाती है
- और इसकी बीच की रोपाई अप्रैल या फिर मई महीने के अंत में की जाती है
- इसके अलावा सिंचाई करके वर्षा से पहले उगाई जाती है अगर आप बरसात से पहले ज्वार की सिंचाई करते हैं तो फसल जल्दी तैयार हो जाती है
- आपको बता दें ज्वार के पौधों को विकसित करने के लिए कम से कम 30 डिग्री तापमान उपयोग होना बेहद जरूरी है
- इसके अलावा 45 डिग्री तापमान पर पूरा पौधा विकसित हो जाता है
जाने ज्वार की खेती के लिए सिंचाई लब करे?
- पूरे भारत में लगभग हर किसान ज्वार की फसल करने के मौसम में बोई जाती है
- आपको बता दें यह एसी फसल है जो उच्च गर्मी सहन कर सकती है इसलिए इस फसल को किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है
- ज्वार की फसल को तीन से चार बार सिंचाई करने की जरूरत होती है
- ताकि ज्वार की फसल अच्छे से विकसित हो सके, इसके पौधों को अधिक पानी की जरूरत होती है
- आप चाहे तो 5 दिन के भीतर आप पानी दे सकते हैं ताकि पौधा ठीक से विकसित हो सके
- और कटाई के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए
जाने ज्वार की पैदावार और लाभ क्या है? (sorghum yields and benefits)
- ज्वार एक ऐसी फसल है जो आप कहीं बारिश की कटाई करके अच्छे खासे मुनाफा कमा सकते हैं
- कटाईके बाद फसल से पके हुए को काटकर हटाने के लिए अलग निकाल सकते हैं ज्वार की खेती से लगभग 8 से 10 लीटर प्रति एकड़ पर पैदावार होती है
- इसके अलावा फसल में 15 से 20 क्विंटल प्रति एकड़ दाने की पैदावार होती है दाना निकाल देने के बाद लगभग डेढ़ सौ मीटर प्रति एकड़ सुखा पोस्टिक चारा भी होता है
- आपको बता दें ज्वार के दानों का बाजार भाव 6000 प्रति क्विंटल है जिससे किसान को सीधा मुनाफा होता है
- ज्वार की खेती के दो फायदे हैं एक आप ज्वार के दाने को बाजार में भेज सकते हैं और एक चारा बनाकर अपने पशु को खिला सकते हैं इसके अलावा आप इसे बेच सकते हैं
Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने ज्वार की खेती के बारे में दिलचस्प और महत्वपूर्ण जानकारी दी हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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