HDD VS SSD in Hindi:- आज के समय में हर कार्य कंप्यूटर द्वारा संपन्न हो रहा है। और हर प्रकार के लिए ना को कंप्यूटर में स्टोरेज किया जा रहा है। कंप्यूटर से काम करना काफी आसान हो गया है। कंप्यूटर के द्वारा कम समय में कार्य को सही तरीके के साथ संपन्न किया जाता है। कंप्यूटर के बढ़ते उपयोग ने इंसानों की जिंदगी को बदल दिया है। लेकिन कंप्यूटर अपने अंदर किस प्रकार से डाटा को सेव रखता है और डाटा सेव रखने के लिए कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर उपकरण की आवश्यकता होती है। कंप्यूटर में दो प्रकार के स्टोरेज उपकरण होते हैं।
जो कंप्यूटर सिस्टम की स्टोरेज क्षमता को बढ़ाते हैं। कंप्यूटर स्टोरेज बढ़ाने के लिए दो विकल्प होते हैं। पहला सॉलि़ड स्टेट ड्राइव जिसे SSD कहते हैं और दूसरा हार्ड डिस्क ड्राइव जिसे HDD कहते हैं। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से कंप्यूटर के लिए कौनसी ड्राइव बेहतरीन है। आप किस स्टोरेज ड्राइव का उपयोग करके अपने कंप्यूटर को बेहतर बना सकते हैं। इसके बारे में बात करें और SSD और HDD में क्या अंतर है, इसके बारे में भी जिक्र करें।
HDD क्या है:- HDD का पूरा नाम हार्ड डिस्क ड्राइव है। हार्ड डिस्क सबसे पहले सन् 1956 में उपयोग किया गया है। आज के समय से बात की जाए, तो करीब 64 साल पुराने टेक्नोलॉजी के जमाने में हार्ड डिस्क ड्राइव में मैग्नेटिज्म चुंबक के तत्वों का इस्तेमाल करके डाटा को स्टोरेज करने के लिए कई कार्य किए गए। कंप्यूटर पैकेज के द्वारा किए गए प्रयास उनके लिए एक बड़ी सफलता साबित हुई। हार्ड डिस्क ड्राइव में स्टोर किए गए डेटाकोर रीड करने के लिए एक rotating platter लगाया गया। इस रूटिंग प्लांटर को हार्ड डिस्क ड्राइव परफॉर्म भी कहते हैं। आज के समय में लैपटॉप में लगाए गए ड्राइव का यह रोटेटिंग प्लैटर 5400rpm से 7200rpm के बीच में घूमता है।
हार्ड डिस्क ड्राइव का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। क्योंकि हार्ड डिस्क ड्राइव कम पैसों में प्रदान करवाते हैं। आज के समय में 1TB डाटा को स्टोर करना हार्ड डिस्क ड्राइव से आसान हो गया है। हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में सस्ता भी है और काम करने में भी बेहतरीन एक्यूरेसी के साथ उपलब्ध है। हार्ड डिस्क ड्राइव की सहायता से आप लैपटॉप में एक से दो TB स्टोरेज बढ़ा सकते हैं और कंप्यूटर में 6 TB तक अतिरिक्त डेटा को स्टोर किया जा सकता है।
SSD क्या है :- कंप्यूटर का लोकप्रिय स्टोरेज ड्राइव सॉलि़ड स्टेट ड्राइव मारा जाता है। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव की पहली बार सुबह होने पर लोगों को विश्वास नहीं हुआ। लेकिन धीरे-धीरे सॉलि़ड स्टेट ड्राइव का उपयोग भी बढ़ता गया। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव एक मेमोरी डिवाइस है। इसका उपयोग पेनड्राइव की तरह अतिरिक्त स्पेस प्रदान करने के लिए किया जाता है। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव मेमोरी चिप की तरह होते हैं। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव की कीमत हार्ड डिस्क ड्राइव की तुलना में काफी महंगी है। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव में स्टोरेज प्लेटर लगाए गए हैं। जो सॉलिड स्टेट ड्राइवर और अधिक बेहतर तरीके से काम करने में सक्षम बनाती हैं।
SSD का मैकेनिकल आम नहीं होता है। इसलिए SSD में स्टोरेज किए गए डेटा को तेजी से रीड ओर राइट किया जा सकता है। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव स्पीड हार्ड डिस्क्राइब की तुलना में अधिक होती है। सॉलि़ड स्टेट ड्राइव को कंप्यूटर से कनेक्ट करने के लिए कलेक्टर की आवश्यकता होती है और उस कलेक्टर के उपयोग से SSD को कंप्यूटर से जोड़ा जाता है।
HDD VS SSD में क्या अंतर है:-
1. HDD की प्राइस काफी कम होती है। लेकिन दूसरी तरफ SSD की बात की जाए, तो HDD की तुलना में दो से तीन गुना अधिक प्राइस होती है।
2. HDD की स्टोरेज कैपेसिटी बहुत ज्यादा होती है। HDD का उपयोग करके 10 TB से अधिक स्टोरेज को बढ़ा सकते हैं। लेकिन दूसरी तरफ SSD इतनी शक्ति नहीं होती है।
3. HDD में किसी भी प्रकार के डाटा को कॉपी पेस्ट या ट्रांसफर करते वक्त किसी प्रकार की चिंता नहीं होती है। लेकिन SSD में यह कार्य करने के समय कई प्रकार की बातों को ध्यान में रखना जरूरी है। अन्यथा वायरस की वजह से SSD खराब हो जाती है।
4. HDD की 200 से 300 एमबी प्रति सेकेंड होती है। लेकिन दूसरी तरफ SSD की स्पीड 300 से 500 एमबी प्रति सेकंड होती है।
5. HDD का उपयोग कंप्यूटर और लैपटॉप के लिए अत्यधिक किया जाता है। लेकिन SSD का उपयोग HDD की तुलना में कम होता है।
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