जामुन का उपयोग करने के लिए काफी लाभदायक होता है। जो लोग जामुन का निरंतर रूप से सेवन करते हैं। उनके शरीर में कई प्रकार के पोषक तत्व मिलते रहते हैं और ऐसे में कई बीमारियों से छुटकारा भी मिलता है। जामुन शरीर के लिए काफी फायदेमंद फल माना जाता है और गर्मियों में जामुन का उपयोग बहुत ज्यादा किया जाता है। क्योंकि जामुन का फल ठंडा होता है। जामुन के फल के कई फायदे हैं। जिसका जिक्र आज हम इस आर्टिकल Health benefits of Jaamun , Health benefits of Jaamun , Jamun or black plum fruit leaf seed sirka fayde (benefits) in hindi , जामुन मे उपलब्ध पोषक तत्व , jamun fruit nutritional value , जामुन की पत्तियों के फायदे ,Jamun leaf benefits के माध्यम से करेंगे।
जामुन के फायदे:-
1. तेज गर्मी में कई बार पेशाब बंद होने की समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे में जामुन की गुठली को पीसकर सुबह-शाम पानी के साथ पीने से इस समस्या से राहत मिलती है और पेशाब के समय होने वाली जलन से भी छुटकारा मिलता है।
2. मधुमेह रोगियों की शुगर को कंट्रोल करने के लिए जामुन काफी ज्यादा फायदेमंद है। जामुन की सूखी गुठलियों को 5 से 7 ग्राम ताजे पानी के साथ दिन में 2 बार सेवन करने से शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। मधुमेह रोगियों के शुगर लेवल को कंट्रोल करने के लिए डॉक्टर भी जामुन की गुठलियों का सेवन चूर्ण करके पानी के साथ करने की सलाह देता है।
3. जामुन में फाइबर अत्यधिक मात्रा में उपस्थित होते हैं। जो पाचन तंत्र को संतुलित रखते हैं। साथ ही पाचन ग्रंथि जिसे अग्नाशय ग्रंथि के नाम से जाना जाता है। अग्नाशय ग्रंथि से निकलने वाले पित रस का नियमन संतुलन जाता है। साथ ही कब्ज जैसी समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
4. जामुन के निरंतर सेवन से मूत्राशय की पथरी का निवारण भी होता है। जामुन के सेवन से शरीर में ठंड खेलती है। जिसकी वजह से मूत्राशय की पथरी टुकड़ों में मूत्र के साथ बाहर निकल जाती है।
5. जामुन के रस और शहद का सेवन करने से उल्टी आना बंद हो जाती है।
6. जामुन कान के दर्द में भी फायदेमंद है। जब कान का दर्द हो तब कान में जामुन का तेल डालने से कान का दर्द खत्म होता है।
7. जामुन की छाल को सुखाकर 5 ग्राम मात्रा पीसकर दूध या पानी के साथ पीने से श्वेत प्रदर रोग से छुटकारा मिलता है। श्वेत प्रदर बीमारी महिलाओं में देखने को मिलती है।
8. जामुन का सिरका बनाकर एक चम्मच पानी के साथ पीने पर अपच जैसी समस्या दूर होती है।
9. जामुन के पत्तों का रस 5 ग्राम एक हफ्ते तक पीने से यकृत की वर्दी और मोटापा जैसी समस्या खत्म हो जाती है।
10. जामुन की गुठली को पीसकर चूर्ण बना लें और उसका आधा चम्मच सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से गुर्दे की पथरी ठीक हो जाती है। गुर्दे की पथरी के टुकड़े मूत्र के साथ शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
11. महिलाओं का जननांग जिसे योनि के नाम से जाना जाता है। लगातार शारीरिक संबंध बनाने पर योनि का आकार ढीला हो जाता है। ऐसे में जामुन की जड़ की छाल को शहद के साथ मिलाकर पेस्ट बना लें और योनि की मालिश करने पर योनि संकुचित हो जाती हैं।
12. गर्भावस्था में दस्त की समस्या साधारण तौर पर देखी जाती है। ऐसे में जामुन फल का सेवन निरंतर रूप से करने पर गर्भवती महिलाओं में होने वाली दस्त की समस्या से छुटकारा मिलता है।
13. जामुन की गुठली का चूर्ण रोज गर्म दूध के साथ खाने से नपुसंकता की समस्या दूर होती है।
14. कई लोगों में पसीना ज्यादा आने की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में जामुन के पत्तों को पानी में उबालकर नहाने से अत्यधिक पसीना आना यह समस्या दूर हो जाती है।
15. हैजा पीड़ित रोगियों के लिए भी जामुन का सेवन फायदेमंद है। जामुन के सिरके का उपयोग करने से पेट संबंधित बीमारियां दूर होती है और ऐसे में हैजा बीमारी से भी छुटकारा मिलता है।
जामुन खाने का उचित समय:-
जामुन को खाने का उचित समय दिन में नाश्ता करने के पश्चात या खाना खाने के समय है। जामुन का उचित समय पर सेवन करने से शरीर को काफी ज्यादा फायदा होता है। जामुन का सेवन सुबह भूखे पेट कभी ना करें, ऐसा करने पर पेट संबंधित कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न हो सकती है। सुबह नाश्ता करने के पश्चात दिन में कभी भी आप जामुन का सेवन कर सकते हैं। इतना ही नहीं शाम को भी आप खाने के साथ जामुन का सेवन कर सकते हैं।
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