होलिका दहन 2022: जानिए कब होगा होलिका दहन, शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि

होलिका दहन 2022: जानिए कब होगा होलिका दहन, शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि:- पंचांग के मुताबिक होलिका दहन इस साल 17 मार्च को है. ऐसे में होलिका दहन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 9 बजकर 20 मिनट से लेकर 10 बजकर 31 मिनट तक है इस त्यौहार की सबसे बड़ी अच्छाई यह है कि लोग इस अवसर पर पुराने गिले-शिकवे भूल कर आपस में गले मिलते हैं प्रेम व्यवहार को आपस मैं बढ़ाते हैं

होलिका दहन पूजा-विधि :-

यह हिंदुओं का प्रमुख त्योहार है।होली रंगों का त्योहार है। इसलिए यह आनन्द और उमंग का त्योहार है। होली का त्योहार फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाता है इस त्यौहार को मनाने के संबंध में दो बातें कही जा सकती हैं पहली तो यह कि इस त्योहार पर फसल पकने को तैयार होती है। हिंदू की लोक मान्यता है कि देवता को भोग लगाएं बिना कोई वस्तु उपयोग में नहीं यह जानी चाहिए इसलिए नयन की आहुति अग्नि में डालते हैं इसी परंपरा में होली का त्यौहार मनाते हैं।

दूसरी बात यह है कि प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक राजा हुआ करता था। वे दुष्ट था और अपने आप को ही भगवान मानता था उसका पुत्र पहलाद ईश्वर मैं विश्वास करता था हमेशा ईश्वर की भक्ति में लीन जाता था कई बार पहलाद पर अत्याचार किया जाएगी उसके पिता ही भगवान है लेकिन वह नहीं माने। अंत में उसने अपनी बहन होलिका से कहा कि तुम प्रहलाद को अग्नि में लेकर बैठ जाओ होलिका को अग्नि में न जलने का वरदान प्राप्त था। होली का पहलाद को अग्नि में लेकर बैठ गई लेकिन प्रहलाद ने जलकर होली का अग्नि में भस्म हो गई तब से लेकर यह त्यौहार आज तक मनाया जाता है।

होलिका दहन पूजा-विधि:-

  • सबसे पहले होलिका पूजन के लिए पूर्व या उत्तर की ओर अपना मुख करके बैठें
  • अब अपने आस-पास पानी की बूंदे छिड़कें
  • गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमाएं बनाएं
  • थाली में रोली, कच्चा सूत, चावल, फूल, साबुत हल्दी, बताशे, फल और एक लोटा पानी रखें
  • नरसिंह भगवान का स्मरण करते हुए प्रतिमाओं पर रोली, मौली, चावल, बताशे और फूल अर्पित करें
  • अब सभी सामान लेकर होलिका दहन वाले स्थान पर ले जाएं
  • अग्नि जलाने से पहले अपना नाम, पिता का नाम और गोत्र का नाम लेते हुए अक्षत (चावल) में उठाएं और भगवान गणेश का स्मरण कर होलिका पर अक्षत अर्पण करें.
  • इसके बाद प्रहलाद का नाम लें और फूल चढ़ाएं
  • भगवान नरसिंह का नाम लेते हुए पांचों अनाज चढ़ाएं
  • अब दोनों हाथ जोड़कर अक्षत, हल्दी और फूल चढ़ाएं
  • कच्चा सूत हाथ में लेकर होलिका पर लपेटते हुए परिक्रमा करें
  • गोबर के बिड़कले को होली में डालें
  • आखिर में गुलाल डालकर लोटे से जल चढ़ाएं.

होलिका दहन का मुहूर्त:- (Holika Dahan 2022 Shubh Muhurat)

  • इस साल होलिका दहन 17 मार्च दिन गुरुवार को है।
  • 17 मार्च को होलिका दहन का मुहूर्त रात 09 बजकर 06 मिनट से रात 10 बजकर 16 मिनट तक है।
  • लेकिन इस समय में भद्रा की पूंछ रहेगी। शास्त्रों के अनुसार भद्रा पूंछ में होलिका दहन कर सकते हैं।
  • इसलिए 17 मार्च को रात 09 बजकर 06 मिनट से होलिका दहन हो सकता है।
  • क्योंकि इस दिन भद्रा का समापन देर रात 01 बजकर 12 मिनट पर होगा।
  • यदि जो लोग भद्रा के बाद होलिका दहन करना चाहते हैं, तो उनके लिए मुहूर्त देर रात 01:12 बजे से 18 मार्च को सुबह 06:28 बजे तक है।

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Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने होलिका दहन 2022: जानिए कब होगा होलिका दहन, शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। इसलिए हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

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