जाने गर्भाशय पॉलीप (Uterine Polyp) क्या है? कारण व लक्षण

जाने गर्भाशय पॉलीप (Uterine Polyp)क्या है? कारण व लक्षण :महिलाओं को अक्सर गर्भाशय पॉलीप होने जैसी समस्या होती है। इस समस्या को मेडिकल भाषा में यूट्रीन पॉलीप (Uterine Polyp) कहां जाता है। हालांकि यह गंभीर समस्या नहीं है इस बीमारी का इलाज समय पर होने पर ठीक हो जाती है । लेकिन आपको गर्भाशय पॉलीप समस्या को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए । क्योंकि यह गर्भाशय से जुड़ी अन्य गंभीर बीमारी का कारण बनती है गर्भाशय पॉलीप जैसी बीमारी ज्यादातर उन महिलाओं को होती है जो रजोनिवृत्ति (Menopause) जैसी समस्या से गुजर रही है। आपको बता दें गर्भाशय की आंतरिक दीवार से जुड़ी सतह जब बढ़ जाती है वैसे में गर्भाशय पॉलीप जैसी बीमारी से होने की संभावना बढ़ जाती है। जिसके कारण एंडोमेट्रियल पॉलीप विकसित होती है आमतौर पर इसे कहीं डॉक्टर नॉन-कैंसरस मानते हैं और कुछ कैंसरस हो सकती है इसीलिए इसका इलाज करना बेहद जरूरी है।
Uterine Polyp होने के कारण इन हिंदी

  • अगर आप महिला हैं और आपको गर्भाशय से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर का संपर्क करें
  • क्योंकि कभी भी गर्भाशय से जुड़े किसी भी तरह की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए
  • वैसे गर्भाशय में गांठ जैसी समस्या हो तो आपको तुरंत अपने डॉक्टर की सलाह देनी चाहिए
  • क्योंकि वह गर्भाशय पॉलीप का लक्षण भी हो सकता है।
  • आपको बता दें गर्भाशय पॉलीप होने के कारण पीरियड के दौरान अगर महिला के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है
  • वैसे मैंने गर्भाशय पॉलीप होने की संभावना बढ़ जाती है
  • इसके अलावा अगर हार्मोन में किसी भी तरह का बदलाव देखने को मिलता है तो गर्भाशय पॉलीप समस्या होने की संभावना होती है
  • इसके अलावा गर्भाशय की साइज को मोटा होने से यह समस्या होती है
  • आपको और एक महत्वपूर्ण बात बता रहे दे गर्भाशय पॉलीप जैसी समस्या अक्सर 40 से 50 साल की उम्र में महिलाओं को होती हैं
  • क्योंकि इस उम्र के दौरान उन्हें अक्सर एस्ट्रोजन स्तर में बदलाव देखने को मिलते हैं
  • इसके अलावा महिलाओं में हाई ब्लड प्रेशर, स्तन कैंसर, मोटापा, या फिर गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से यह समस्या होती है

गर्भाशय पॉलीप के लक्षण क्या है? | What are The Symptoms of Uterine Polyp in Hindi

  • गर्भाशय पॉलीप होने पर कई तरह के साधारण और गंभीर लक्षण देखने को मिलते हैं
  • गर्भाशय पॉलीप के कुछ लक्षण जो गर्भाशय पॉलीप होने का संकेत देते है
  • ऐसे में आपको गर्भाशय पॉलीप होने के लक्षण देखने को मिले तुरंत डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए
  • वैसे गर्भाशय पॉलीप की समस्या पर गर्भाशय में गांठ और पीरियड में ब्लीडिंग होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
  • इसके अलावा योनि से खून निकलना, जलन महसूस होना, गर्भाशय में गांठ बनना, दर्द महसूस होना, सफेद पानी का निकलना
  • ऐसे कई तरह के साधारण लक्षण देखने को मिलते, लेकिन आपको इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए

जानिए गर्भाशय पॉलीप का इलाज क्या है?

  • गर्भाशय पॉलीप का इलाज लक्षणों पर निर्भर करता है अगर आपके के लक्षण गंभीर है
  • ऐसे में आपको कई तरह के टेक्नोलॉजी मशीन या फिर दवाओं के माध्यम से इसका इलाज किया जाता है
  • आपको बता दें गर्भाशय पॉलीप को नियंत्रित करने के लिए अक्सर डॉक्टर द्वारा पीड़ित को दवाओं का सेवन करने का सुझाव देते है
  • ज्यादातर मामलों में गर्भशय में गांठ समस्या को दवाओं का सेवन करने से ठीक हो जाती है
  • लेकिन कुछ मामलों में सख्त ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है
  • अगर लक्षण गंभीर है तो जैसा कि हमने बताया टेक्नोलॉजी मशीन के माध्यम से कई रिपोर्ट के आधार पर इस बीमारी का इलाज किया जाता है।

1.मेडिसिन (Medicine)

  • गर्भाशय पॉलीप जैसी समस्या होने पर इसका इलाज अक्सर मेडिसिंस से किया जाता है
  • गर्भाशय में गांठ या फिर इंफेक्शन जैसी समस्या होने पर डॉक्टर आपको दवाओं का सेवन करने का सुझाव देते हैं
  • आपको बता दे प्रोजेस्टिन और गोनैडोट्रोपिन (Progestins and Gonadotropin) हार्मोन एगोनिस्ट दवाओं के माध्यम से गर्भाशय पॉलीप इलाज किया जाता है।
  • इसके अलावा हार्मोन स्तर को नियंत्रित करने जैसी दवाओं का सेवन करने का सुझाव भी देते हैं
  • हालांकि कुछ मामलों में दवाओं का सेवन करने से कुछ दिनों तक यह समस्या देखने को मिलती है बाद में ठीक हो जाती है

2.सर्जरी (surgery)

  • गर्भाशय पॉलीप वैसे साधारण बीमारी है लेकिन इसका इलाज समय पर ना होने पर समस्या गंभीर बीमारी का कारण बन सकती है
  • अगर डॉक्टरों द्वारा इस बीमारी को कंट्रोल करने में निश्फल रहे तो ऐसे में डॉक्टर आपको सर्जरी करने की सलाह देते हैं
  • सर्जरी के माध्यम से डॉक्टर पॉलिप को निकाल कर हिस्टेरेक्टॉमी (hysterectomy) सर्जरी करते हैं।
  • इस सर्जरी में योनि में सर्जिकल उपकरण डालकर पॉलिप्स को बाहर निकाला जाता है
  • अगर पॉलीप्स में कैंसर जैसी समस्या होती है तो पूरे गर्भाशय को हटाने के लिए सर्जरी की जाती है
  • जिसे मेडिकल भाषा में हिस्टेरेक्टॉमी कहा जाता है।
  • आपको एक ओर महत्वपूर्ण बात बता दे गर्भाशय पॉलीप की समस्या लगभग 20 से 70 वर्ष की उम्र की महिलाओं को होती है
  • यह एक गर्भाशय से जुड़ी गंभीर बीमारी मानी जाती है इसीलिए अगर आपको गर्भाशय पॉलीप से संबंधित किसी भी प्रकार की बीमारी हो आपको तुरंत डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए।

Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने गर्भाशय पॉलीप के कारण लक्षण,और इलाज के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।

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