Lunix क्या हैं संपूर्ण जानकारी हिंदी में

Lunix क्या हैं :  दोस्तों Lunix क्या है और Lunix के बारे में संपूर्ण जानकारी जानने के लिए इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Lunix क्या हैं संपूर्ण जानकारी हिंदी में

आज के समय में मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग बढ़ता जा रहा है। कंप्यूटर का उपयोग पिछले 10 सालों में बहुत ज्यादा तेजी से बढ़ना शुरू हुआ है। स्मार्टफोन को लेकर सुपरकंप्यूटर तक हर प्रकार के घरेलू उपकरण और होम desktop सभी में लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम होता है। 1990 के दशक से लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम दुनियाभर में लोकप्रिय हो चुका है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम आपको हर जगह देखने को मिलेगा दुनिया भर में फोन थर्मोस्टेट्स का रेफ्रिजरेटर टीवी इत्यादि में भी लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध है। Linux ऑपरेटिंग सिस्टम सबसे विश्वसनीय सुरक्षित और चिंता मुक्त ऑपरेटिंग सिस्टम माना जाता है।

Linux ऑपरेटिंग सिस्टम एक लोकप्रिय सॉफ्टवेयर है। जो कंप्यूटर लैपटॉप से जुड़े सभी हार्डवेयर संसाधनों को प्रबंध करने के लिए उपयोग किया जाता है। सीधा दूसरे शब्दों में इसकी बात की जाए तो ऑपरेटिंग सिस्टम आपकी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बीच संचार के प्रबंधन कार्य को संपन्न करता है। ऑपरेटिंग सिस्टम के बिना किसी भी प्रकार का कार्य संपन्न नहीं होता है। आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है। इसके बारे में बात करेंगे।

Lunix क्या हैं

यह एक प्रकार का ऑपरेटिंग सिस्टम है। जो कंप्यूटर के कंट्रोल प्रोग्राम को ऑपरेट करता है। कंप्यूटर के समस्त कार्यों को नियंत्रण करने के लिए लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है। यह एक प्रकार का सॉफ्टवेयर है। इसे मल्टी ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर भी कहते हैं। इस सॉफ्टवेयर का उपयोग आज हर कंप्यूटर और लैपटॉप में किया जा रहा है।

इंटेल द्वारा इस कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम को बनाया गया यह कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम पहली बार 1960 के दशक में बनकर तैयार हो गया। उसके पश्चात कई कमियों को देखते हुए 1968 में इस ऑपरेटिंग सिस्टम को एक प्रयोगशाला में वैज्ञानिकों के संयुक्त प्रयत्न के रूप में बनाया गया। जिसके पश्चात इस ऑपरेटिंग सिस्टम का नाम मल्टी इंफॉर्मेशन कंप्यूटर सिस्टम रखा गया। 1969 में इस ऑपरेटिंग सिस्टम का एक नया वर्जन रिलीज किया गया। जो window10 सिस्टम पर आधारित है।

Lunix सिस्टम के घटक

लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम जो आज पूरे विश्व भर में उपयोग किए जाने वाला एक बेहतरीन सॉफ्टवेयर है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में कई महत्वपूर्ण कार्यों को संपन्न करने में अपनी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी निभाता है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है।

1. कर्नेल :- कर्नल एक प्रकार का Linux ऑपरेटिंग सिस्टम का मुख्य भाग है। यह Linux ऑपरेटिंग सिस्टम की सारी कार्य गतिविधियों को संपन्न करता है। इसके अलावा कई प्रकार के मॉड्यूल बनाने में भी अपनी भूमिका निभाता है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम एप्लीकेशन प्रोग्राम में निचले स्तर के हार्डवेयर विवरण को छिपाने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

2.सिस्टम लाइब्रेरी – लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का दूसरा सबसे महत्व भाग सिस्टम लाइब्रेरी है। इसका उपयोग कई प्रकार के विशेष कार्य और प्रोग्राम को संपन्न करने के लिए किया जाता है। लिनक्स सिस्टम लाइब्रेरी जो एप्लीकेशन प्रोग्राम तथा सिस्टम यूटिलिटीज को कर्नल की विशेषताओं तक पहुंचाते हैं। यह लाइब्रेरी ऑपरेटिंग सिस्टम ज्यादातर कार्य क्षमता के आधार पर लागू किए जाते हैं।

3. सिस्टम यूटिलिटी – लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम का तीसरा महत्वपूर्ण भाग सिस्टम यूटिलिटी है। यह कंप्यूटर के कई प्रकार के विशेष स्तर के कार्यों को संपन्न करने के लिए महत्वपूर्ण लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम माना जाता है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग कई प्रकार के विशेष रूप से कार्यों को संपन्न करने के लिए किया जाता है।

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Features of Linux

1. Linux is portable

Linux एक प्रकार का ऑपरेटिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर है।जो सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को लिखने में सक्षम है। इसका उपयोग किसी प्रकार के कंप्यूटर हार्डवेयर से संबंध रखना नहीं है।

2. Linux is a multi user

लिनक्स एक प्रकार का मल्टी यूजर सुविधा ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक माना जाता है। लाइनेक्स मैं कई प्रकार के अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम की तरह समानता भी देखी जाती है। अनेक यूजर अपना अकाउंट इस Linux ऑपरेटिंग सिस्टम मैं रख सकते हैं। इसके अलावा यूजर अपना अलग-अलग आईडी पासवर्ड भी बना सकते हैं।

3. Network information service

विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर को आपस में जोड़ने के लिए लेनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम की आवश्यकता होती है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम दो या दो से अधिक कंप्यूटर को आपस में जोड़कर जाल स्वरूप संरचना बनाने में महत्वपूर्ण है। लिनक्स विशेष रूप से नेटवर्किंग का कार्य करने के लिए विकसित किया गया एक ऑपरेटिंग सिस्टम है।

4. Virtual Memory

इस ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग किसी भी प्रकार के बड़े प्रोग्राम या एप्लीकेशन को संपादित करने के लिए किया जाता है। इस प्रकार के प्रोग्राम व एप्लीकेशन को संपादित करने के लिए फिजिकल मेमोरी की आवश्यकता होती है। जिसका डाटा हार्ड डिस्क में जमा कर दिया जाता है।

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