इस आलेख में मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना, Madhya Pradesh Bhavantar Bhugtan Yojana,मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना की मुख्य बातें,मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना की आवश्यक दस्तावेज,भावांतर भुगतान योजना के लिए पात्रता,मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना ऑनलाइन आवेदन आदि के बारे में विस्तार से बताया गया हैं |
मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना( Madhya Pradesh Bhavantar Bhugtan Yojana):-मध्यप्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान नाम से एक नयी योजना की शुरुआत की है. जिसका मुख्य उद्देश्य किसानों को लाभान्वित करना है और फसलों में नुकसान के समय उन्हे वित्तीय सहायता देना है. कुछ राज्यों द्वारा किसानों की सहायता के लिये फसलों की सिंचाई के वक्त लोन देने की योजना चलाई गयी है. परंतु मध्यप्रदेश सरकार ने इन सब से कुछ अलग और ज्यादा सहायक किसानों को फसलों में नुकसान के वक्त उसकी भरपाई करने के का निर्णय लिया है. इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार ने भावांतर भुगतान योजना चलाई है, जिसके अंतर्गत किसानों को नुकसान की स्थिति में उसकी भरपाई सीधे उसके एकाउंट में पैसे भेजकर की जायेगी.
मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना की मुख्य बातें :-
1.)दिन प्रतिदिन किसानों द्वारा की जाने वाली आत्महत्या को रोकना : आज के समय में रोजाना किसानों के आत्महत्या करने की खबरे सामने आती है. मध्यप्रदेश सरकार इस समस्या के तह तक गयी और उन्होंने इसकी मूल वजह जानने की कोशिश की, तब उन्हे पता लगा की किसानों को उनकी फसलों की सही कीमत नही मिल पाती. जिसके कारण उनके पास इतना धन भी एकत्रित नहीं हो पाता जितना उन्होंने बोनी के वक्त लगाया था. उन्हे नुकसान का सामना करना पड़ता है, इस योजना के द्वारा इसी नुकसान की भरपाई की जाती है.
2.)न्यूनतम बिक्री कीमत (MSP): मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना के अंतर्गत मंडियों में किसानों द्वारा बेची गई फसलों की कीमत और उनका पारिश्रमिक सरकार द्वारा तय किया जायेगा. जिस कीमत पर फसलों को मंडियों में इकठ्ठा किया जाता है वही उसकी न्यूनतम बिक्री कीमत(MSP) होती है. मध्यप्रदेश में उपस्थित कृषि विभाग द्वारा कुछ विशेष फसलों कि पारिश्रमिक कीमत भी तय की जाती है.
3.)इस योजना के अंतर्गत सभी फसलों को शामिल किया गया है: प्रदेश में मुख्यतः दो मुख्य फसलें रबी की फसल और खरीफ कि फसल होती है. इन दोनो को ही इस योजना के अंतर्गत शामिल किया गया है.
4.)इस योजना के अंतर्गत जमीन संबंधित कई कार्य जैसे जमीन की सीमा तय करना, सीमा सरहदी करना कोई अन्य विवाद तीन महीने के अंदर हल होना चाहिये . अगर ऐसा नहीं होता है तो संबंधित अधिकारी पर कार्यवाही की जायेगी और किसानों के नुकसान की भरपाई भी संबंधित अधिकारी के द्वारा उसके एकाउंट से की जायेगी .
5.)भावांतर भुगतान योजना में मुख्य 8 फसलों को शामिल किया गया है. जिसमे सोयाबीन, मूंगफल्ली, तिल, रामतिल, मुंग उड़द, मक्का और तुअर दाल शामिल है. इन फसलों को शामिल करने का मुख्य कारण, इनका चावल और गेंहू की तुलना में सरकार द्वारा खरीदी कम करना है.
6.)अगर किसान द्वारा लिस्ट में शामिल आठ फसलों में से किसी को न्यूनतम बिक्री कीमत (MSP) से कम कीमत पर बेचा जाता है तो इस नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा की जाती है.
मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना की आवश्यक दस्तावेज:–
1.)इस योजना का लाभ लेने के लिए किसान को अपना आधार कार्ड हर एप्लीकेशन में रजिस्टर करवाना आवश्यक है. आधार कार्ड हर किसी के लिए एक मुख्य पहचानपत्र है और इसके द्वारा योजना में हो रही गड़बड़ी को भी रोका जा सकता है|
2.)आधारकार्ड के अलावा दूसरी आवश्यक चीज किसान का स्वयं का बैंक एकाउंट नंबर, इसी बैंक एकाउंट में सरकार द्वारा किसान को उसके नुकसान की भरपाई की जाती है|
3.)खेती के लिए जितनी जमीन का उपयोग किया जा रहा है उसके कागजात भी किसान को दिखाने होते है. इन्ही कागजो के ही हिसाब से किसान को खेती में लगने वाली लागत और उसके नुकसान की गणना की जाती है|
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भावांतर भुगतान योजना के लिए पात्रता:-
1.)आवेदनकर्ता मध्य प्रदेश का रहने वाला होना चाहिए |
2.)आवेदनकर्ता किसान होना चाहिए|
भावांतर योजना का भुगतान कब होगा :-
मुख्यमंत्री भावांतर भुगतान योजना मुख्य तरीखे
रजिस्ट्रेशन शुरू होने की तारीख 11 सितम्बर
फसल बेचने की तारीख 16 अक्टूबर से 15 दिसंबर
किसानों के फंडिंग चालू होने की तारीख 25 दिसंबर
मध्य प्रदेश भावांतर भुगतान योजना ऑनलाइन आवेदन :–
1.)इस योजना में अपने आप को रजिस्टर करने के लिए सर्वप्रथम किसान को इसकी ऑफिशियल साईट पर जाना होता है. इसकी ऑफिशियल साईट http://mpeuparjan.nic.in/mpeuparjan/Home.aspx है|
2.)जब आप इस लिंक को खोलकर इस साईट पर पहुच जाते है, तो आपको होम पेज पर उपस्थित “खरीफ किसान पंजीयन 2021-22” पर क्लिक करना होता है |
3.)जब आप इसपर क्लिक करते है तो वह आप सीधे अगले पेज पर पहुच जाते है. अब उसे अपने किसान कोड से पंजीयन संबंधित जानकारी लेकर लॉग इन करना होता है|
4.)अब रजिस्ट्रेशन करने के लिए किसान को उसका आधार कार्ड नंबर और समग्र आईडी नंबर भरना होता है. जब आप सम्पूर्ण जानकारी भर देते है, तब आपको अपना रजिस्ट्रेशन ऑपशन सिलेक्ट करना होता है|
5.)अब किसान को अपनी पर्सनल जानकारी जैसे नाम, पता, आधार कार्ड नंबर अदि देनी होती है. इसी के साथ ही बैंक डिटेल भी भरनी होती है. इन सबको भरने के बाद एक बार पुनः चेक कर लेना चाहिये, फिर आप इसे सबमिट कर सकते है|