प्रार्थना और ध्यान में अंतर क्या है? जाने :प्रार्थना और ध्यान हमारे शरीर को निरोगी और स्वस्थ रखने के लिए एक पारंपारिक प्रक्रिया है आपको बता दें लगभग 7 अरब विभिन्न प्रकार की प्रार्थनाएं है और 7 अरब विभिन्न प्रकार के ध्यान भी है हम मंदिर मस्जिद या फिर कहानियां धार्मिक स्थल पर हम प्रार्थना और ध्यान दोनों करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इन दोनों के बीच का अंतर क्या है और प्रार्थना और ज्ञान में अंतर कौन सा है आपको बता दें प्रार्थना हमें शकुन दिलाती है और ध्यान हमें हमारे शरीर को जोड़कर हमें हमारा दिमाग शांत रखता है चलिए आज के इस लेख में हम आपको प्रार्थना और ध्यान के अंतर के बारे में कुछ दिलचस्प जानकारी शेयर करते हैं
प्रार्थना और ध्यान में क्या समानता है?
- देखा जाए तो प्रार्थना और ध्यान दोनों एक ही है लेकिन उसकी प्रक्रिया अलग-अलग है
- उदाहरण के लिए अगर आप किसी मंदिर में जाते हैं वहां पर दो हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं
- उसकी प्रक्रिया अलग है और दूसरी ओर ध्यान जिसे हम अपने दिमाग को पूरी तरह से शांत करके पॉजिटिव विचार और हमारे आसपास की क्रिया को भूल कर हम ध्यान में बैठ जाते हैं
- ध्यान एक तरह का व्यायाम है और प्रार्थना एक तरह की प्रक्रिया है इन दोनों में समानता एक ही है
- लेकिन दोनों की प्रक्रिया अलग-अलग है
प्रार्थना क्या है?-Prayer And meditation in Hindi
- जैसा कि आपने ऊपर के पैराग्राफ में बताया प्रार्थना जो हम भगवान को आराधना, स्वीकार आराचना या फिर धन्यवाद के रूप में करते हैं
- उसे हम प्रार्थना कहते हैं वह दोनों दिमाग को इस्तेमाल करते हैं
- एकाग्रता विचार और हमारे दिमाग में पॉजिटिव विचार के साथ हम भगवान से अनुरोध करते हैं
- चाहे मंदिर हो या फिर मस्जिद हर वक्त अपने देवी-देवताओं को अनुरोध करते हैं
- या फिर उसका धन्यवाद करते हैं आराधना करते हैं इसे हम प्रार्थना कहते हैं
ध्यान क्या है?-What is Meditation?
- ध्यान आपको पूरी दुनिया में कहीं पुरुषों में देखने को मिलेगा खासकर पूर्वी धर्मों में इनकी मान्यता काफी अधिक है
- अधिकांश ज्ञान बौद्ध धर्म और इसके संस्थापक सीता गौतम उर्फ़ बौध में देखने को मिलते हैं
- वैज्ञानिक तर्क के मुताबिक ध्यान पर वैज्ञानिक अध्ययन बहुत अधिक प्रचलित है
- आपको बता दें ध्यान प्रकृति में धर्मनिरपेक्ष है प्रार्थना का कभी-कभी नकारात्मक अर्थ होती है
- लेकिन ध्यान का अर्थ सिर्फ धर्मनिरपेक्ष माना जाता है
- इसीलिए ध्यान और प्रार्थना दोनों समान है
- इसमें किसी भी तरह का अंतर नहीं है हालांकि जैसा कि मैं बताया इसकी प्रक्रिया अलग-अलग है
- लेकिन प्रार्थना और ध्यान समान है
Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने प्रार्थना और ध्यान में अंतर के बारे में दिलचस्प और महत्वपूर्ण जानकारी दी हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
Important Link | ||||||||
Join Our Telegram Channel | ||||||||
Follow Google News | ||||||||
Join WhatsApp Group Now |