Zoom App Kya Hai in Hindi , ज़ूम एप्प क्या है , Zoom Cloud Meeting App Kya Hai , What Is Zoom Cloud Meeting App in Hindi , Zoom App के नुकसान?
लॉकडाउन के चलते पूरा भारत बंद है जिसके कारण बहुत सारे आफिस के काम को घरों से ही किया जा रहा है और इस के लिए ज़ूम एप्प का विकल्प का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है। इस एप्प के इस्तेमाल से ऑफ़िस में काम करने वाले लोग वीडियो कॉन्फ़्रेंस के ज़रिए एक दूसरे के साथ जुड़ कर काम कर रहे हैं। इस एप्प का इस्तेमाल लाखों की संख्या में लोगों द्वारा किया जा रहा है जिस से इस एप्प पर सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं चलिये जानते हैं क्या है पूरा मामला और क्या है ज़ूम एप्प
Zoom एप्प क्या है:- Zoom एप्प एक ऐसा एप्प है जिस से अन-लिमिटेड लोगों से एक साथ वीडियो कॉल या ऑडियो कॉल कर सकते हैं, और यह एप्प हालहि में बहुत पॉपुलर हो चुका है इसके पॉपुलर होने की वजह भारत में चल रहा लॉकडाउन की वजह से वर्क फ्रॉम होम को आगे लाया गया था जिसके चलते ऑफ़िस में एक साथ काम करने वाले बहुत सारे लोग घर में अलग अलग बैठ कर काम कर रहे थे तो इसके लिए उन के द्वारा एक साथ वीडियो कॉल पर जुड़ने के लिए zoom एप्प का इस्तेमाल किया गया जिस से लाखों लोगों ने इसे इस्तेमाल किया और यह एप्प बहुत पॉपुलर हो गया।
ज़ूम का इस्तेमाल क्यों नही है सुरक्षित:- Zoom के पॉपुलर होते ही इस के इस्तेमाल पर सरकारी सुरक्षा एजेंसियों के द्वारा एलर्ट जारी कर दिया है, कुछ रिसर्च एजेंसियों द्वारा बताया गया है कि ज़ूम एप्प आपका डाटा फेसबुक के साथ शेयर कर रही है। अगर आप फेसबुक से नही जुड़े हुए अर्थात आपका फेसबुक एकाउंट नही है और आप ज़ूम का इस्तेमाल कर रहे हैं तो भी आपका डाटा फेसबुक के पास पहुंचा रही है यह एप्प।
वाइस की टेक शाखा मदर-बोर्ड द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि ज़ूम का आईओएस ऐप चुपचाप उपयोगकर्ता के विश्लेषणात्मक डेटा को फेसबुक के साथ साझा कर रहा था। इस डेटा में ऐप, डिवाइस और स्थान की जानकारी, फोन नेटवर्क और विश्लेषणात्मक डेटा को साझा किया जा रहा है।
जूम की गोपनीयता नीति में कहा गया है कि ऐप अपने फेसबुक प्रो-फाइल से उपयोगकर्ता का डेटा साझा करेगा, जिसे तीसरे पक्ष के साथ साझा किया जा सकता है। हालांकि, तीसरे पक्ष के रूप में फेसबुक का नाम स्पष्ट रूप से उल्लेखित नहीं है।
ज़ूम एप्प के सुरक्षित ना होने की वजह से इसके लिए सरकार द्वारा बड़े कदम उठाए गए हैं और इसके इस्तेमाल के लिए कुछ गाइडलाइन्स जारी की गई है जिस से उपयोगकर्ता की गोपनीयता बनी रहे और किसी प्रकार का नुकसान ना हो सके।
इसके दिशा-निर्देशों के अनुसार, अब उपयोगकर्ता प्रत्येक मीटिंग के लिए एक नई उपयोगकर्ता आईडी और पासवर्ड का उपयोग करें।
प्रतीक्षा कक्ष सुविधा सक्षम करें ताकि कोई भी उपयोगकर्ता कॉल में तब ही शामिल हो सके जब कॉन्फ्रेंसर अनुमति दे।
इसके साथ ही कहा गया है कि ज्वाइन ऑप्शन को डिसेबल कर दें।
केवल होस्ट के पास स्क्रीन शेयरिंग का विकल्प रखें।
किसी व्यक्ति के लिए रेजोइन का विकल्प बंद रखें।
फ़ाइल ट्रांसफर विकल्प का उपयोग कम से कम करें।
ईस एप्प पर इतना विवाद होने पर इस एप्प को लांच करने वाली कॉम्पनी के सीईओ ने कहा है कि यह बिल्कुल सुरक्षित विकल्प है लोगों के लिए और बहुत जल्द इस में आ रही कमियों को दूर किया जाएगा।
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