EMISAT Kya Hai , EMISAT के उद्देश्य क्या है

दोस्तों आपको पता ही है, कि भारत देश बहुत ही तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। और इसी के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) हमेशा नए-नए सेटेलाइट और उपकरण अंतरिक्ष में लांच करते हैं। इसी साथ ISRO ने 1 अप्रैल 2021 को भारत का जासूसी उपग्रह अंतरिक्ष में भेज दिया है। जिसका नाम EMISAT है। तो आइए आज हम आपको इस आर्टिकल में EMISAT Kya Hai इसके बारे में विस्तार से बताएंगे।

EMISAT Kya Hai:- EMISAT एक प्रकार का भारत का जासूसी उपग्रह है। इस उपग्रह का पूरा नाम “इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस सेटेलाइट” रखा गया है। यह भारत का पहला अंतरिक्ष से निगरानी करने वाला उपग्रह है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने इस सेटेलाइट को 1 अप्रैल 2021के दिन लांच किया था। सैटेलाइट को ISRO और DRD ने साथ में मिलकर बनाया था।

भारत का पहला जासूसी उपग्रह इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस को सन सिंक्रोनस पोलर आर्बिट में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया गया। इस उपग्रह को पीएसएलवी c43 व्हीकल की मदद से श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लांच किया गया। भारत में पीएसएलवी का उपयोग इससे पहले दो बार मुख्य मिशन के लिए किया गया। जो कि 2008 का चंद्रयान व 2013 का मंगलयान है। इन दोनों मिशन में पीएसएलवी का इस्तेमाल किया गया।

EMISAT के उद्देश्य क्या है:- 

• इस सेटेलाइट का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान और चीन की सीमा पर हो रहे मानवीय और आतंकी गतिविधियों पर नजर रखना, और उसकी जासूसी करना है।

• EMISAT भारतीय बॉर्डर पर दुश्मनों के रडार और सेंसर पर निगरानी करेगा, और उसकी जानकारी भारत को देगा।

• इस उपग्रह की मदद से अंतरिक्ष से ही दुश्मन की हर छोटी गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जाएगी।

• इस सेटेलाइट का इस्तेमाल विश्व से जुड़ी हर किसी गतिविधि पर नजर रखने के लिए किया जाता है।

EMISAT की विशेषताएं:

1. यह उपग्रह भारत का पहला जासूसी उपग्रह है।
2. इस उपग्रह को 748 किलोमीटर ऊंचाई पर लगाया गया है।
3. EMISAT का मुख्य उद्देश्य सीमा पर होने वाले आतंकी हमलों पर नजर बनाए रखना है।
4. यह सेटेलाइट दुश्मनों के रडार पर नजर रखता है, और उसकी जानकारी प्रदान करता है।
5. इस उपग्रह का वजन 700 किलो है।
6. इस उपग्रह को डीआरडी और इसरो ने मिलकर बनाया है।
7. इस उपग्रह के साथ विश्व भर में अलग-अलग जगह पर 28 उपग्रह स्थापित किए गए।
8. ई एम आई एस टी दुश्मनों के रडार की जानकारी प्राप्त करके उसकी लोकेशन भी प्रदान करता है।
9. इस सेटेलाइट से विश्व भर की सभी गतिविधियों पर आसानी से नजर रखी जा सकती है।
10. इस सेटेलाइट के साथ लांच किए गए 28 सेटेलाइट का वजन 220 किलो है।

Leave a Comment