एलआईसी की यह योजना जिसके अंतर्गत बीमा धारक को अवधि पूरी होने के पश्चात 100% गारंटी रिटर्न के साथ साथ बोनस भी प्रदान किया जाता है। इस पॉलिसी का नाम न्यू एंडोमेंट प्लान है इसे हिंदी में बंदोबस्ती बीमा कहते हैं। स्थान का नाम बंदोबस्ती बीमा इसीलिए पड़ा है। क्योंकि इस प्लान के अंतर्गत लोग अपने भविष्य के लिए पैसों का बंदोबस्त इस प्लान के जरिए कर सकते हैं। आज हम इस आर्टिकल में एलआईसी न्यू एंडोमेंट योजना 2021 ,एलआईसी की नई बंदोबस्ती , Lic’s New Endowment Plan , Lic Plan 914 Premium Calculator , एंडोमेंट प्लान क्या है , Lic New Endowment Plan 814 , एलआईसी की नई स्कीम , Lic New Endowment Plan Calculator , Lic Endowment Plan Premium Calculator , Lic New Endowment Plan 914 Maturity Amount Calculator , Lic Endowment Plan 914 Maturity Calculator , Lic New Endowment Plan 814 Surrender Value Calculator के बारे में संपूर्ण जानकारी का विस्तार से वर्णन करेंगें।
एलआईसी न्यू एंडोमेंट योजना :- एलआईसी की योजना non-linked जीवन बीमा योजना हैं। इस योजना का टेबल नंबर 914 है। हालांकि फरवरी 2021 से पहले इस योजना का टेबल नंबर 814 था। जिसे बदलकर अब 914 कर दिया है और इस योजना का नाम भी फरवरी 2021 में बदलकर न्यू एंडोमेंट योजना रखा है। इससे पहले एंडोमेंट योजना था।
इस बीमा योजना के अंतर्गत व्यक्ति पॉलिसी की अवधि को न्यूनतम 12 वर्ष से 35 वर्ष तक ले सकता है और डिलीट व्यक्ति की उम्र 8 वर्ष से 55 वर्ष है पॉलिसी की अवधि उम्र के आधार पर अलग अलग हो सकते हैं क्योंकि पॉलिसी की परिपक्वता अवधि बीमित व्यक्ति के 75 वर्ष पूरे होने तक ही सीमित है देवी सती के 75 वर्ष से अधिक पॉलिसी की अवधि नहीं ले सकते हैं उदाहरण के तौर पर यदि व्यक्ति 55 वर्ष की उम्र में यह न्यू बंदोबस्ती बीमा करवाता है। तो उसे अधिकतम 20 वर्ष की अवधि ही एलआईसी द्वारा प्रदान होगी।
LIC के अंतर्गत आपको पॉलिसी अवधि के दौरान प्रीमियम का भुगतान करना होता है और पॉलिसी धारक पूरी पॉलिसी अवधि के दौरान जीवित रहता है तो बीमित व्यक्ति को परिपक्वता लाभ के रूप में बीमित रकम के साथ-साथ सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशन बोनस का भुगतान किया जाता है।यदि व्यक्ति की मृत्यु और इसी अवधि के दौरान साधारण तरीकों से हो जाती है तो ऐसी स्थिति में बीमित व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात उसके उत्तराधिकारी को मूल बीमित राशि या कुल प्रीमियम का 105% या वार्षिक प्रीमियम का 10 गुना इन में से जो राशि अधिकतम होगी उसका भुगतान बीमित व्यक्ति के उत्तराधिकारी को किया जाएगा।
यदि बीमित व्यक्ति की मृत्यु पॉलिसी अवधि के दौरान किसी दुर्घटना से हो जाती है ऐसे में पॉलिसी धारक के उत्तराधिकारी को मूल बीमा राशि की दोगुनी राशि प्रदान की जाती है। लेकिन इसके लिए बीमित व्यक्ति को बीमार लेते वक्त दुर्घटना हितलाभ राइडर लेना जरूरी है अन्यथा दुर्घटना से व्यक्ति की मृत्यु होने के पश्चात भी व्यक्ति के उत्तराधिकारी को साधारण मृत्यु की तरह ही मृत्यु लाभ मिलेगा।
एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लान की विशेषताएं:-
1. यह प्लान एक महत्वपूर्ण सेविंग प्लान माना जाता है।
2. इस प्लान के अंतर्गत आपको गारंटीड रिटर्न और बोनस का भुगतान एलआईसी द्वारा किया जाएगा।
3. इस पॉलिसी में परिपक्वता लाभ के रूप में बीमित राशि के साथ-साथ सिंपल रीवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशन बोनस भी मिलता है।
4. मृत्यु होने पर सिंपल रिवर्सनरी बोनस मिलता है इसके अलावा दुर्घटना हितलाभ राइडर इस योजना में उपलब्ध करवाया गया है ताकि बीमित व्यक्ति की मृत्यु दुर्घटना से होने पर उसे दुगुना लाभ मिल सके।
5. इसके अलावा इस योजना को कोई भी व्यक्ति खरीदना है तो उसे आयकर लाभ महत्व पूर्ण रूप से मिलता है धारा 80C के अंतर्गत बीमित व्यक्ति ₹150000 का वार्षिक प्रीमियम मैं इनकम टैक्स की छूट प्राप्त कर सकता है इसके अलावा 10D के अंतर्गत बीमित व्यक्ति का परिपक्वता लाभ भी Tax मुक्त होता है।
एलआईसी न्यू एंडोमेंट प्लान का मेच्योरिटी कैलकुलेटर ( LIC Endowment Plan Premium Calculator ) :- उदाहरण के तौर पर एक 20 वर्ष का व्यक्ति इस प्लान के अंतर्गत एक लाख का बीमा खरीदना चाहता है और वह 21 साल तक पॉलिसी अवधि का चयन करता है तो उस व्यक्ति के लिए वार्षिक प्रीमियम 5077 आएगा। अतः इस हिसाब से जब व्यक्ति 21 वर्ष तक इस पॉलिसी के सारे प्रीमियम भर देगा तो उसके पश्चात परिपक्वता के रूप में अनुमानित राशि 2,15,000/- रुपए प्रदान की जाएगी।
पॉलिसी सरेंडर टर्म & वैल्यु कैलकुलेटर:- यदि व्यक्ति पॉलिसी के कुछ प्रीमियम भरत देता है और उसके पश्चात किसी कारणवश पॉलिसी के प्रीमियम नहीं भर पाता है। तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति अपनी पॉलिसी को सरेंडर करवा सकता है। पॉलिसी को सरेंडर करवाने के लिए न्यूनतम 2 वर्ष तक के सारे प्रीमियम भरे होने अनिवार्य है।
पॉलिसी को सरेंडर करवाना पॉलिसी धारक के हित में नहीं है मतलब यह है, कि इसमें पॉलिसी धारक को नुकसान होता है। पॉलिसी धारक द्वारा भरे गए प्रीमियम का कुछ प्रतिशत कट करके सरेंडर वैल्यू के रूप में बीमित व्यक्ति को राशि प्रदान की जाती है और को बंद किया जाता है पॉलिसी का प्रीमियम उम्र के आधार पर और पॉलिसी अवधि के आधार पर अलग-अलग निर्धारित होता है ज्यादा उम्र के लोगों के लिए पॉलिसी का प्रीमियम ज्यादा आता है क्योंकि उन लोगों का रिस्क ज्यादा होता है इसीलिए एलआईसी ज्यादा प्रीमियम वसूलती है। दूसरी तरफ पॉलिसी अवधि जितनी छोटी होगी प्रीमियम उतना ही अधिक आएगा और परिपक्वता लाभ कम मिलेगा।
आप इस योजना के तहत लोन चाहते हैं – दो साल तक प्रीमियम भरने के बाद आप इस योजना से लोन की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।”